अंधे कत्ल का खुलासा करंजी पुलिस ने कि बेटा ने बाप को उतारा मौत के घाट ……..
सुरजपुर – न्यूज़29…….दिनांक 12/ 4/ 2024 को चौकी करंजी क्षेत्र अंतर्गत रेलवे साइडिंग करंजी से झूमरपारा मार्ग पर मृत सुकुल साय राजवाड़े पिता महीपत राजवाड़े जाति राजवाड़े उम्र 48 वर्ष निवासी दतिमा चौकी करंजी थाना बिश्रामपुर जिला सूरजपुर छत्तीसगढ़ का अज्ञात व्यक्ति के द्वारा गला काटकर हत्या करना पाए जाने से प्रार्थी विक्रम राजवाड़े पिता स्वर्गीय सुकुल साय राजवाड़े जाति रजवार उम्र 23 वर्ष निवासी दतिमा (आमापारा) चौकी करंजी थाना विश्रामपुर जिला सूरजपुर छत्तीसगढ़ के रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 92 /2024 धारा 302 भारतीय दंड संहिता का अपराध अज्ञात आरोपी के विरुद्ध कायम कर विवेचना कार्यवाही में लिया गया था।
जो उमनि/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर के द्वारा अज्ञात मर्डर का तत्काल खुलासा करने हेतु निर्देशित करने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूरजपुर एवं नगर पुलिस अधीक्षक महोदय सूरजपुर थाना प्रभारी विश्रामपुर के मार्गदर्शन में दौरान विवेचना दौरान मृतक पुत्र प्रार्थी विक्रम राजवाड़े पिता सुकुल साय राजवाड़े जाती रजवार उम्र 23 वर्ष निवासी दतिमा आमापारा चौकी करंजी थाना विश्रामपुर जिला सूरजपुर छत्तीसगढ़ के विरुद्ध प्रथम दृष्टया अपराध की घटित करना संदेह होने से चौकी तलब कर हिकमत अमली से पूछताछ किया गया।
जो बताया गया कि वर्ष 2014 में मेरे बाबा महीपत जमीन की बिक्री किए थे।
जिसका एक लाख रुपए मेरे पिता सुकुल सहाय के नाम पर बैंक में जमा कर फिक्स किए थे जो घर में शादी विवाह परिवार की आवश्यकता पड़ने पर उसे पैसे को निकाल कर उपयोग किया जा सके कि पिछले साल इसका विवाह तय हुआ था जो शादी के लिए अपने पिताजी को बैंक से पैसा निकालने के लिए बोला तो इसके पिता सुकूल साय बोला कि पैसा नहीं है।
बैंक से पैसा निकाल कर खर्च कर दिया हूं पैसे की कमी से पिछले साल इसका विवाह नहीं हो पाया था इस साल इसके पिता विक्रम का विवाह बतरा निवासी गोपी राजवाड़े की लड़की से तय किया गया था।
जो इसे लड़की पसंद नहीं थी विवाह करने से मना कर दिया था फिर भी इसके पिता सुकूल अपने मर्जी से विवाह का तारीख 21/4/24 को रख दिया था विवाह करने के लिए इसके पिता फिर से जमीन बिक्री करने को बोल रहा था इसी बात को लेकर दिनांक 11 /4/24 को शाम को झगड़ा विवाद हुआ था इस बात को लेकर अपने पिता की हत्या करने का योजना बनाया था।
इसके पिता हाइड्रोसील बीमारी का जंगली जड़ी बूटी देकर इलाज करते थे अपने पिता के हत्या के लिए सुनसान जगह का तलाश कर रहा था।
तो अपने दोस्त को हाइड्रोसील बीमारी का दवा चाहिए का बहाना अपने पिताजी से बोलकर साथ दवा लेने के लिए बोला था तो उसके पिताजी तैयार होकर गए और बोले कि सुबह भोर में मुझे उठकर जड़ी बूटी लेने के लिए चलना तब यह योजना के अनुसार अपने पिताजी को दिनांक 12/ 4/2024 के भोर करीब 3:10 बजे अपने मोबाइल नंबर 6268182526 से अपने पिता के मोबाइल नंबर 87 1792 1962 में फोन लगाकर जगाया और घर में रखे टांगी को जिसे इसका पिता जड़ी बूटी काटते थे को लेकर घर से निकलकर कुछ ही दूर में गोलाई के पास अपने पिताजी जी का इंतजार करने लगा कुछ देर बाद इसके पिताजी घर से बिना नंबर लाल रंग के होंडा मोटरसाइकिल में अपने आए और रुक तब यह मोटरसाइकिल के पीछे बैठ गया फिर अपने पिताजी को बहाना से सुनसान जगह रेलवे सीइडिंग करंजी की तरफ झूमर पारा रोड की ओर चलने को कहा जैसे ही रेलवे साइडिंग से पहले पुलिया के पास सुनसान जगह के पास पहुंचा तो यह मौका पाकर मोटरसाइकिल को रुकवाया और रोकते ही विक्रम राजवाड़े ने अपने हाथ रखा टागीं से अपने पिता सुकूल साय के पीछे गार्दन में वार कर दिया जिसे इसके पिताजी जमीन पर गिर गया।
गिरने पर फिर से टांगी से गार्दन एवं चेहरे में कई बार प्रहार कर हत्या कर दिया तथा मोटरसाइकिल को उसके ऊपर गिरा दिया हत्या करने के बाद टांगी को वह वहां से कुछ दूरी पर खेत के मेड के पास झाड़ी में छुपा दिया था।
और वहां से पैदल अपने घर दतिमा आमापार आ गया और हत्या करते समय खून के छिंटे लगे पहने कपड़ा वह टीशर्ट जींस व सैंडल को अपने घर के सामने ट्यूबवेल के पास नहानी घर में छुपा दिया था जिसे अपराधी के निशानदेही में जप्त किया गया जो आरोपी विक्रम राजवाड़े पिता स्वर्गीय सुकूल साय राजवाड़े जाती रजवार उम्र 23 वर्ष निवासी दतिमा आमापारा चौकी करंजी थाना बिश्रामपुर जिला सूरजपुर छत्तीसगढ़ के विरुध पूर्ण अपराध घटित करना पाए जाने से आज दिनांक 24/ 4 /2024 को विधिवत गिरफ्तार कर नाइक अभी रक्षा में भेजा जा रहा है उक्त कार्यवाही में निरीक्षक अलरिक लकडा थाना प्रभारी बिश्रामपुर सउनि अरुण कुमार गुप्ता चौकी प्रभारी, करंजी सउनि राकेश यादव साइबर सेल प्रभारी सूरजपुर, एवं सउनि मनोज द्विवेदी, सउनि वरुण तिवारी, प्रधान आरक्षक रामनिवास तिवारी, राजकुमार सिं,ह विक्रम सिंह, जयप्रकाश कुजूर, आरक्षक मितेश मिश्रा, जितेंद्र सिंह ,,दीपक सिंह, ज्ञानेंद्र परमार, दीपक किस्पोट्टा ,लालमन राजवाड़े, जेम्स कुजूर, महिला आरक्षक पूनम सिंह ,युवराज यादव, नारायण पटेल, चंदेश्वर राजवाड़े, अनीता राजवाड़े सक्रिय रहे।