अल्फा पब्लिक स्कृल के संचालक द्वारा शासन के बुंक एक भी नहीं चलाई जा रही हैं, बना कमाई का जरिया…..
सुरजपुर – न्यूज़29……. सूरजपुर जिले के ग्राम पंचायत दतिमा में स्थित प्राइवेट स्कृल अल्फा पब्लिक स्कूल में संचालक कमल कुमार मंडल के द्वारा अभाव को के साथ स्कृल के नाम पर कमाई के जरिया।
मिली जानकारी के अनुसार दतिमा में स्थित अल्फा स्कृल संचालक कमल कुमार मंडल द्वारा आज तीन-चार वर्षो पूर्व से स्कृल संचालित किया जा रहा है जहां शासन के आदेशों का अहेलना व शासनके द्वारा पुस्तके उपलब्ध कराई जाती है, पर अल्फा स्कृल संचालक कमल कुमार मंडल द्वारा शासन की पुस्तक एक भी पुस्तक नहीं चलाई जाती है।
तथा दिनांक 12/0 4/2024 दिन शुक्रवार को श्रीनिधि पुस्तक भंडार में लिस्ट व चेक दिया गया,
जबकि इसे अप्रैल में ही बुक की लिस्ट देनी थी।
जब की इस लिस्ट में एक भी शासकीय पुस्तिका का नाम नहीं है।
साथ ही मोंटी कमीशन के चक्कर में स्कृल प्रबंधक द्वारा अपने पसंद दिया दुकान में पुस्तक कॉपी रख कर मौखिक रूप से बच्चों को निर्देश दिया जाता है कि निश्चित की गई दुकान में ही पुस्तक लेना है।
क्यों कि वहां मोंटी कमीशन के खेल के चक्कर में अभिभावको को आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ता है।
जबकि शासन के नियमों की खुली धज्जियां उड़ाई जा रही है।
और शासन द्वारा दी गई पुस्तकों को विद्यालय प्रबंधन द्वारा 1 वर्ष बाद रद्दी के भाओ बेंच दिया जाता है।
तथा स्कृल संचालक में 50% एक बुक पर कमीशन लेता है।
वहां जबकि छोटे-छोटे बच्चों की पढ़ाई होती है।
जबकि एक बुक 300 रूपये से कम का एक भी बुक नहीं है,
इस संबंध में अल्फा पब्लिक स्कृल के संचालक कमल कुमार मंडल से बात करने पर कोई भी जवाब देने को तैयार नहीं है।
जहां तक ऐसा लग रहा है कि अल्फा पब्लिक स्कृल संचालक सिर्फ और सिर्फ अपनें जेब भरने का काम कर रहा है, और कुछ नहीं जब की अल्फा पब्लिक स्कृल संचालक कमल कुमार मंडल से पुंछने पर कि आप के स्कृल में कितने छात्र – छात्रा आर्टी के तहत् पढ़ाई कर रहे हैं तब जाकर जबाब दिया गया कि 25 बच्चे हैं जब की हमें जानकारी मिली कि 46 बच्चे आर्टी के तहत् पढ़ाई कर रहे हैं।
ऐसा मालुम होता है कि इस आर्टी के तहत् पढ़ने वाले बच्चों के गार्जियनों से भी फिस लिया जा रहा है।
और आर्टी के तहत् योजना का भी लाभ लिया जा रहा है।
खैर ऐ तो शिक्षा विभाग के उच्य अधिकारियों का जांच कर ने का विषय हैं।
फिल हाल तों स्कृल संचालक ने अपने निजी फायदें के लिए अपने निजी दुकानदारों को मोंटी रकम कमानें के चक्कर में बुक्स अपना खरिद कर खुद दिया है। और जो समय में देना था उस समय नहीं दें कर 12/04/2024 दिन शुक्रवार को दिया पैहले खुद स्कृल में बेंचने के चक्कर में था।
लेकिन पत्रकारों के जाने के बाद कई जगह बैंक डेट में रिसिविंग लेना चाहा पर दुकान वाले बैंक डेट में रिसिविंग देने से इंकार कर दिया।
,, इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी पटेल ज़ी से बात करने पर कहां गया की हमें आप के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई है, मैं इसकी जांच कराता हूं और जितने बुंक दुकान दार हैं उन्हें बुलवाकर ब्यान लेकर आगे कि कार्यवाही कि जाएंगी।