ग्राम पंचायत दतिमा से निकल कर सूरजपुर छठ घाट पहुंच निकले श्रद्धालुओं ने किया जलाभिषेक 15 किलोमीटर लंबी कांवड़ यात्रा से शिवमय हुआ दतिमा

सूरजपुर – न्यूज29 प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी दतिमा स्थित शिव मंदिर में भक्त मंडल द्वारा सूरजपुर छठ घाट से दतिमा मंदिर तक भव्य कांवड़ व कलश यात्रा निकली। जिसमें बड़ी संख्या में महिला व पुरुष शामिल हुए। सोमवार सुबह छठ घाट की आरती के बाद कांवड़ व कलश यात्रा की शुरुआत हुई। जिसमें केशरियां साड़ी पहने महिलाएं व बच्चियों अपने सिर पर कलश रख शामिल हुईं। वहीं,पुरुष अपने कंधे पर जल भरकर कांवड़ हाथ में लिए शामिल हुए। यात्रा छठ घाट से शुरु होकर कोनहाखांड, रामनगर विश्रामपुर मेन रोड, होते दतिमा चौक प्रमुख मार्गों से होते हुए सीधे दतिमा स्थित शिव मंदिर पहुंची।
जहां यात्रा में शामिल महिला पुरुषों ने जल से बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक किया।
यात्रा में आकर्षक झांकियों के साथ भजन मंडली भी शामिल हुई।
यात्रा में शिवभक्त डीजे की धुन पर थिरकते हुए चल रहे थे। उक्त आयोजन मां दुर्गे स्वाभिमान युवा कल्याण समिति दतिमा भक्त मंडल द्वारा पिछले पांच वर्षों से किया जा रहा है।
*देवगढ़ के बाद दतिमा में सबसे लंबी कांवड़ यात्रा*
हाल ही में देवगढ़ के बाद दतिमा में सबसे लंबी कांवड़ यात्रा मां ग़ौरी शंकर प्रांगण युवा कल्याण समिति द्वारा 15 किलोमीटर लंबी कांवड़ यात्रा निकाली गई।
जिसमें लगभग 5 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने का दावा किया गया। ऐसी ही कांवड़ व कलश यात्रा देवगढ़ मंदिर से करीब 37 किलोमीटर पर कांवड़ यात्रा निकाली गई।
जिसमें लगभग पांच हजार से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की बात की जा रही है। दतिमा कांवड़ व कलश यात्रा इतनी लंबी थी कि यात्रा का पहला छोर छठ घाट और दूसरा छोर दतिमा मंदिर में था।
समिति के सदस्यों द्वारा उक्त कांवड़ यात्रा की तैयारी दो माह पहले से ही की जा रही थी। यात्रा शहर के प्रमुख मार्गों पर विभिन्न धार्मिक, राजनीतिक व सामाजिक संस्थाओं के सदस्यों द्वारा भव्य स्वागत किया है। यात्रा में सुरक्षा पुलिस व्यवस्था के लिए प्रशासन द्वारा पुख्ता प्रबंध किए गए।
*शिव मंदिर समिति के सदस्यों ने कांवर यात्रियों को कराया जलपान*
छठ घाट सूरजपुर से शिव मंदिर समिति के सदस्यों ने पटाखा फोडकर कावड़ यात्रियों का जोरदार स्वागत करते हुए जलपान की व्यवस्था भी कि गई थी।
जिसमें मुख्यरूप से रामाशंकर अध्यक्ष, सचिव कौलाश, श्रवण, दुहन, हुकुम साय, होलसाय, शंकर,बलराम,देवधारी शोनु,नंदगोपाल, राजकुमार, पंकज,प्रमोद,शेषमन,लिरकंटराम,मेघनाथ, दुहनराम, तिलकधारी,दिलबंधु, धिरंजन, सहित शिव मंदिर समिति के सदस्य काफ़ी संख्या में उपस्थित रहे।